जय
  श्री राहू ........ अनुसंधान के अनुसार श्री राहू जी कहते हैं की  मकर 
लग्न की पत्रिका बनती है जिसमे राहू शनि चन्द्र दशम भाव में बैठे हैं ! 
यहाँ से श्री केतु महाराज काल सर्प (ज्योतिष भाषा में )का निर्माण करते हैं
 परन्तु अनुसंधान के अनुसार श्री राहू जी कहते हैं की जो भी अभी दो दिन 
पहले हुआ जिसमे की सरकार का दावा है की दो सौ लोग अपनी जान से हाथ धो बैठे 
परन्तु वास्तव में ये आंकड़ा पंद्रह हज़ार के पार जा सकता है !
 
 खैर 
अनुसंधान से जो बात सामने आई है वो ये है की श्री राहु अभी कहीं से भी शांत
 होते नहीं लगते ! लगभग बाईस डिग्री के राहु अभी चौबीस या पच्चीस जून के आस
 पास या फिर इसके बाद बड़ी घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं ! यकीं मानिए मेरा 
अभिप्राय किसी को भयभीत करने से नहीं है ! परन्तु राहु के शिकंजे में काल 
पहले से था और रही सही कसर अस्त होते मार्गी देव गुरु ब्रहस्पति  कर दी है 
अब शुक्र  और चन्द्र बस शान्ति से राहु के
 सामने सर नतमस्तक कर खड़े रहने के सिवा कुछ नहीं करेंगे ! वहीँ न्यायधीश 
शनि ने अपने सभी फैसलों को अमल में करने के लिए श्री राहू का रास्ता खुला 
छोड़ा है !
 
 प्राकर्तिक आपदा का ये दौर शायद जल्दी ही रुके ! ध्यान 
रहे की श्री राहु सभी कार्य अचानक ही करते हैं ! सो देश से ही नहीं विदेश 
से भी ( श्री राहू विदेश से सम्बंधित हैं और कारावास भी देते हैं )अचानक 
किसी बड़ी हस्ती के नाम पर शोक की खबर या फिर तख्ता पलट भी श्री राहु करवा 
सकते हैं ! अचानक होने वाले आतंकी घटनायों और दुर्घटनाओं जिसमे रेल और हवाई
 भी शामिल है हो सकती हैं !
 
 (उपरोक्त विचार मेरे निजी अनुसंधान पर
 आधारित हैं और मैं इन्हें लेकर कोई दावा नहीं करता ! यदि किसी ज्योतिष 
मित्र को मेरे लेख से आपत्ति हो तो मुझे ज्योतिषी न मानते हुए क्षमा करें )
 
 श्री राहू कृपा करें .........................
 
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